आखिर क्यों पीछा करती है दुनिया, कही हम गलती से उनका कुछ ले तो नहीं आये।
तेरे संग जीने की कहानी, मुझे दुनिया को है बतानी, तुझे पाकर इस जहां में हमनें अपनी खुश हो गई जिंदगानी।
समाज के सांचे मे ढ़ल नहीं पा रहा हूँ, दुनिया भाग रही है, मै चल नहीं पा रहा हूँ।
मतलबी दुनिया से मेरा एक सवाल है कोई बता दे वफ़ा करने वालों का क्या हाल है !
दुनिया में मुझे तूने गर अपना बनाया है महशर में भी कह देना यह है मेरा दीवाना।
सूरत देखकर लोग अंदाजा लगाते है इसलिए दुनिया को सीरत का पता नहीं चलता है !
इस दुनिया में अजीब सा मेला है हर कोई महसूस करता अकेला है !
उसके साथ रहते रहते हमे चाहत सी हो गयी उससे बात करते करते हमे आदत सी हो गयी एक पल भी न मिले तो न जाने बेचैनी सी रहती है दोस्ती निभाते निभाते हमे मोहब्बत सी हो !
नज़रें, कुछ न कुछ जरूर बोलती हैं, ख़ैर , हमारे सनम तो हमारे करीब ही है
पतझड़ सी भरी जिंदगी के साथ बड़ा मुस्किल था जीना तुमने ही फूल बनकर बहारो से मिलना सिखाया !
तेरे बिना टूट कर बिखर जायेंगे तुम मिल गए तो गुलशन की तरह खिल जायेंगे तुम ना मिले तो जीते जी ही मर जायेगे तुम्हे जो पा लिया तो मर कर भी जी जायेंगे !
जितना दर्द हो दे दे ,जिन्दगी, गर,ख़फ़ा न कर मुझे मेरे महबूब से , शाम ,तो क्या पूरी रात अब काटी नही कटती ,
बेपनाह मोहब्बत तुम से मिलकर हुई इस मेरे दिल को ख़ुशी तुम से मिलकर हुई पाया सब कुछ दुनिया मे मै पर जीवन में ख़ुशी तुमसे मिलकर हुई !
मोहब्बत ,को बयां करने का तरीका मुझे भी सिखा ऐ जिंदगी, सुना है लोग अपने महबूब के लिए जान भी दे देते हैं
तू हमसफर है मेरा हर मुश्किल मै साथ चलना मेरे मै सिर्फ तुम्हारी हूं !
जिन्दगी तुम्हारे बिना अब कटती नही है तुम्हारी यादें मेरे दिल से मिटती नहीं है तुम बसे हो मेरी आँखों मे निगाहो से तेरी तस्वीर हटती नही है !
जैसा मांगा उपरवाले से वैसा तेरे जैसा यार मिला कुछ और नही ख़्वाहिश मेरी तेरा जो इतना प्यार मिला !
तुम शब्द हो मै अर्थ हूं तुम्हारे बिन मै बिलकुल व्यर्थ हूँ !