वो दूर का सितारा दूर हो कर भी अब अपना सा लगता है क्यूंकि जनाब मेरे इस अकेलेपन को वो अकेलापन मेहसूस ही नहीं होने देता है - Akelapan Shayari

वो दूर का सितारा दूर हो कर भी अब अपना सा लगता है क्यूंकि जनाब मेरे इस अकेलेपन को वो अकेलापन मेहसूस ही नहीं होने देता है

Akelapan Shayari