की थी muhabat हमने कोई सौदा नहीं किया था उसने नहीं की kadar क्योंकि उसने तो पैसा देखकर हमसे प्रेम किया था | - Kadar Shayari

की थी muhabat हमने कोई सौदा नहीं किया था उसने नहीं की kadar क्योंकि उसने तो पैसा देखकर हमसे प्रेम किया था |

Kadar Shayari