सच्ची मोहब्बत की कदर पहले प्यार के बाद ही पता चलती है !
तेरा ना मिलना मेरा नसीब ही सही लेकिन, ऐ सनम मेरी किस्मत में लिखा है तुझे टूट के चाहना
दीदार जो उनका हुआ, आँखे नमाजी हो गयी, रूठी थी जो °किस्मत मेरी `पल में राजी हो गयी.
आज मेरा मेरी सोच से झगड़ा हुआ है ना जाने क्यो मुझे ऐसा लगा मेरा नसीब बिगड़ा हुआ है !
कुछ तो रहा होगा तेरे मेरे दरमिया वरना रूहानी ख्वाब की ताबीर जिंदगी में कहां नसीब होती है..!
बिछड़ कर तेरी याद में हम आंसू बहा लेते है, पर तेरे अश्क़ भी मेरे नसीब में नही! दीवार पे टंगी तस्वीरे जवाब नही देती।
खूबिओं से नहीं होती मोहब्बत भी सदा, कमियों से भी अक्सर प्यार हो जाता है
तकदीर ने यह कहकर, बङी #तसल्ली दी है मुझे कि, वो लोग तेरे काबिल ही नहीं थे, जिन्हें मैंने दूर किया है।
किस्मत दो पल में बदल सकता है इन्सान प्रति जो इंसान को बादल दे वो किस्मत नहीं होता अपनी किस्मत पे रोटा वही शक्स हे जिस्को सजों में रोने की आदत नहीं होती
मोहब्बत के नए किस्से लिखना हर रोज मुमकिन नहीं है, मेरे बिना मेरे दोस्तों अब सीख लो अपनी #महफ़िल सजाना।
किस्मत की बेबसी भी तो देखो कोई दो रोटी के लिए तरस रहा है तो कोई मोटापे से भड़क रहा है !
चहरे को पर्दे में शर्मा से मत छुपा, हम तो तेरी चेहरे के नहीं आवाज के दीवाने है।
समय भी रुक गया था गुजरते हुए करीब से आज उतरी थी चांदनी आंगन के नसीब से !
कायनात की सबसे बड़ी चीज प्रेम है इसके बावजूद यह सब के नसीब में नही है !
दुनिया एक बाजार है इंसानियत का होता यहां व्यापार है खुद को बिकने मत देना चाहे आपका नसीब ही खराब है !
ना दूर का ना करीब का इंसान को मिला करता है बस उसके नसीब का !
घुटन सी होने लगी है इस जिंदगी से खुदा अब मौत लिख दे मेरे नसीब में !
दिल की किताब में सबसे पहला नाम तुम्हारा ही था पर शायद तुम्हारे ही नसीब में प्यार हमारा ना था !