मज़ा आ रहा है दिलबर से दिल्लगी में, नज़रे भी हमी पे है और पर्दा भी हमी से है! - Dillagi Shayari

मज़ा आ रहा है दिलबर से दिल्लगी में, नज़रे भी हमी पे है और पर्दा भी हमी से है!

Dillagi Shayari