चलो फ़िर से हौले से मुस्कुराते हैं बिना माचिस के ही लोगों को जलाते हैं ! - Khushi Shayari

चलो फ़िर से हौले से मुस्कुराते हैं बिना माचिस के ही लोगों को जलाते हैं !

Khushi Shayari