काश कुछ ऐसा हो कि फिर दर्दो का बटवारा हो मेरी खुशियो पर हक सिर्फ उनका सहारा हो! - Khushi Shayari

काश कुछ ऐसा हो कि फिर दर्दो का बटवारा हो मेरी खुशियो पर हक सिर्फ उनका सहारा हो!

Khushi Shayari