सुबह शुरू हुई हो गया खुशियों का मेला, ना लोगों का फिक्र और ना दुनिया वालों का झमेला, पंछियों का संगीत बोल रही है मुबारक हो आपको ये नया सवेरा। - Shubh Prabhat Shayari

सुबह शुरू हुई हो गया खुशियों का मेला, ना लोगों का फिक्र और ना दुनिया वालों का झमेला, पंछियों का संगीत बोल रही है मुबारक हो आपको ये नया सवेरा।

Shubh Prabhat Shayari

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