सब हे तारीफ करते है मेरी शायरी  कभी कोई नहीं सुनता मेरे लफ़्ज़ों की सिसकियाँ।  - Tareef Shayari

सब हे तारीफ करते है मेरी शायरी कभी कोई नहीं सुनता मेरे लफ़्ज़ों की सिसकियाँ।

Tareef Shayari