हज़ार बार मरना चाहा निगाहों मैं डूब कर हमने वो निगाहें झुका लेते हैं हमें मरने नहीं देते ! - Aankhen Shayari

हज़ार बार मरना चाहा निगाहों मैं डूब कर हमने वो निगाहें झुका लेते हैं हमें मरने नहीं देते !

Aankhen Shayari