तुमसे छिपाकर रखी थी मैंने तस्वीर तुम्हारे बचपन की, जब व्यस्त होते हो उससे शिकायत करती हूँ। - Busy Shayari

तुमसे छिपाकर रखी थी मैंने तस्वीर तुम्हारे बचपन की, जब व्यस्त होते हो उससे शिकायत करती हूँ।

Busy Shayari

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