जनाब सब बदमस्त थे उनको चाहने में, पर हम व्यस्त थे अपने मयखाने में। - Busy Shayari

जनाब सब बदमस्त थे उनको चाहने में, पर हम व्यस्त थे अपने मयखाने में।

Busy Shayari