ताबीज़ जैसे होते है कुछ लोग, बस गले से लगते ही सुकून मिलता है। - Propose Shayari

ताबीज़ जैसे होते है कुछ लोग, बस गले से लगते ही सुकून मिलता है।

Propose Shayari