तुम समंदर हो, दिल मेरा दरिया है। साँसे चलती है दिल में जो मेरे। उसका तू ही तो जरिया है। - Samandar Shayari

तुम समंदर हो, दिल मेरा दरिया है। साँसे चलती है दिल में जो मेरे। उसका तू ही तो जरिया है।

Samandar Shayari