कुछ गलत लोगो को अपना समझ बैठी थी उन हरामखोरो को अपना हमदर्द समझ बैठी थी ! - Gussa Shayari

कुछ गलत लोगो को अपना समझ बैठी थी उन हरामखोरो को अपना हमदर्द समझ बैठी थी !

Gussa Shayari