हमारे दिल का टूटना भी लाजमी था साहब बात जो रूह की सलामती पर आ गई थी और दिल के लिए रूह का सौदा हमसे हुआ नही! - Tuta Dil Shayari

हमारे दिल का टूटना भी लाजमी था साहब बात जो रूह की सलामती पर आ गई थी और दिल के लिए रूह का सौदा हमसे हुआ नही!

Tuta Dil Shayari

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