ना जिंदगी की चाह है ना जिंदगी से अब कोई आस है फिर भी जाने क्यों गुमशुदा रास्तों पर किसकी तलाश है ! - Zindagi Shayari

ना जिंदगी की चाह है ना जिंदगी से अब कोई आस है फिर भी जाने क्यों गुमशुदा रास्तों पर किसकी तलाश है !

Zindagi Shayari