काँच जैसे होते है हम जैसे तनहा लोग कभी टूट जाते है कभी तोड़ दिए जाते है - 2 Line Sad Shayari

काँच जैसे होते है हम जैसे तनहा लोग कभी टूट जाते है कभी तोड़ दिए जाते है

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