अश्क़ ही मेरे दिन हैं अश्क़ ही मेरी रातें अश्कों में ही घुली हैं वो बीती हुयी बातें.

अश्क़ ही मेरे दिन हैं अश्क़ ही मेरी रातें अश्कों में ही घुली हैं वो बीती हुयी बातें.

Ashq Shayari

शुभ मंगलवार का दिन हो, आपके जीवन में सदैव खुशियां हों।

शुभ मंगलवार का दिन हो, आपके जीवन में सदैव खुशियां हों।

आपके लिए आनंदमय हो मंगलवार, सभी कठिनाईयों को दूर भगाएं।

आपके लिए आनंदमय हो मंगलवार, सभी कठिनाईयों को दूर भगाएं।

आपके जीवन में आये खुशियों की बारिश, मंगलवार हो सबके लिए खास।

आपके जीवन में आये खुशियों की बारिश, मंगलवार हो सबके लिए खास।

आपके लिए सुखद और मंगलमय हो मंगलवार, सभी मनोकामनाएं पूरी हों।

आपके लिए सुखद और मंगलमय हो मंगलवार, सभी मनोकामनाएं पूरी हों।

मंगलवार की खुशियों को बांटें, आपके जीवन को उज्ज्वल करें।

मंगलवार की खुशियों को बांटें, आपके जीवन को उज्ज्वल करें।

खुशहाल और समृद्ध बनाएं मंगलवार, ईश्वर आपकी रक्षा करें।

खुशहाल और समृद्ध बनाएं मंगलवार, ईश्वर आपकी रक्षा करें।

शुभ मंगलवार हो, खुशियों का आपको आशीर्वाद मिले।

शुभ मंगलवार हो, खुशियों का आपको आशीर्वाद मिले।

मंगलवार की शुभकामनाएं, आपके जीवन में समृद्धि और सफलता हो।

मंगलवार की शुभकामनाएं, आपके जीवन में समृद्धि और सफलता हो।

 मेरे अश्क और तेरी यादों का कोई तो रिश्ता जरूर है, कमबख्त जब भी आते है दोनों साथ ही आते है।

मेरे अश्क और तेरी यादों का कोई तो रिश्ता जरूर है, कमबख्त जब भी आते है दोनों साथ ही आते है।

ज़िन्दगी तूने मुझे तोहफ़े बड़े अनमोल दिये हैं अश्क़ जितने भी थे सब नाम मेरे तौल दिये हैं।

ज़िन्दगी तूने मुझे तोहफ़े बड़े अनमोल दिये हैं अश्क़ जितने भी थे सब नाम मेरे तौल दिये हैं।

अश्क़ अच्छे ही तो हैं मसला ग़म बहाने का अगर है!

अश्क़ अच्छे ही तो हैं मसला ग़म बहाने का अगर है!

 हर ‪‎दिल‬ में दर्द छुपा होता है, बयाँ करने का अंदाज़ जुदा होता है, कोई अश्कों से बहा देता है और,किसी की हंसी में भी ‪‎दर्द‬ छुपा होता है।

हर ‪‎दिल‬ में दर्द छुपा होता है, बयाँ करने का अंदाज़ जुदा होता है, कोई अश्कों से बहा देता है और,किसी की हंसी में भी ‪‎दर्द‬ छुपा होता है।

आँखों में कौन आ के इलाही निकल गया, किस की तलाश में मेरे अश्क़ रवां चले।

आँखों में कौन आ के इलाही निकल गया, किस की तलाश में मेरे अश्क़ रवां चले।

चराग-ए-इश्क लिए, हम भी फिरे हैं खोजते उनको, जिन्होने इश्क किया और, अश्क का दीदार नही किया।।

चराग-ए-इश्क लिए, हम भी फिरे हैं खोजते उनको, जिन्होने इश्क किया और, अश्क का दीदार नही किया।।

आंखों में मेरे इस कदर छाए रहे आंसू,कि आईने में अपनी ही सूरत नहीं मिली।

आंखों में मेरे इस कदर छाए रहे आंसू,कि आईने में अपनी ही सूरत नहीं मिली।

आज अश्क से आँखों में क्यों हैं आये हुए, गुजर गया है ज़माना तुझे भुलाये हुए।

आज अश्क से आँखों में क्यों हैं आये हुए, गुजर गया है ज़माना तुझे भुलाये हुए।

इश्क में  राएगाँ कुछ नही जाता, ये अश्क भी किसी काम आएंगे।

इश्क में राएगाँ कुछ नही जाता, ये अश्क भी किसी काम आएंगे।

 प्यास इतनी है मेरी रूह की गहराई में, अश्क गिरता है तो दामन को  जला देता है।

प्यास इतनी है मेरी रूह की गहराई में, अश्क गिरता है तो दामन को जला देता है।