ग़मो से उलझकर मुस्कुराना मेरी आदत है, मुझे नाकामियों पे अश्क़ बहाना नहीं आता। - Ashq Shayari

ग़मो से उलझकर मुस्कुराना मेरी आदत है, मुझे नाकामियों पे अश्क़ बहाना नहीं आता।

Ashq Shayari