पामाल कर के पूछते हैं किस अदा से वो  इस दिल में आग थी मिरे तलवे झुलस गए  - Adaa Shayari

पामाल कर के पूछते हैं किस अदा से वो इस दिल में आग थी मिरे तलवे झुलस गए

Adaa Shayari