फूल कह देने से अफ़्सुर्दा कोई होता है  सब अदाएँ तिरी अच्छी हैं नज़ाकत के सिवा  - Adaa Shayari

फूल कह देने से अफ़्सुर्दा कोई होता है सब अदाएँ तिरी अच्छी हैं नज़ाकत के सिवा

Adaa Shayari