मेरी पिक मेरी अदा, पर, तुम क्या.ज़माना भी फ़िदा हैं। - Adaa Shayari

मेरी पिक मेरी अदा, पर, तुम क्या.ज़माना भी फ़िदा हैं।

Adaa Shayari