ये उड़ती ज़ुल्फें, ये बिखरी मुस्कान, एक अदा से संभलूँ,तो दूसरी. होश उड़ा देती है। - Adaa Shayari

ये उड़ती ज़ुल्फें, ये बिखरी मुस्कान, एक अदा से संभलूँ,तो दूसरी. होश उड़ा देती है।

Adaa Shayari