वो पूछती थी अक्सर मैं ही नहीं समझा, हम किसी और के हो जाए तो क्या करोगे।

वो पूछती थी अक्सर मैं ही नहीं समझा, हम किसी और के हो जाए तो क्या करोगे।

Aksar Shayari

अब ये अफवाह कौन फैला रहा है कि, Fb रोटी तो नहीं पर रोटी बनाने वाली तो दे ही सकती है।

अब ये अफवाह कौन फैला रहा है कि, Fb रोटी तो नहीं पर रोटी बनाने वाली तो दे ही सकती है।

मैंने अपनी मौत की अफवाह उड़ाई थी, दुश्मन भी कह उठे आदमी अच्छा था।

मैंने अपनी मौत की अफवाह उड़ाई थी, दुश्मन भी कह उठे आदमी अच्छा था।

हक़ीक़त को तलाश करना पड़ता है, अफवाहें तो घर बैठे आप तक पहुँच जाती है।

हक़ीक़त को तलाश करना पड़ता है, अफवाहें तो घर बैठे आप तक पहुँच जाती है।

शहर में एक अफवाह सी है कि आज भी तुझे मेरी परवाह सी है।

शहर में एक अफवाह सी है कि आज भी तुझे मेरी परवाह सी है।

अफवाह सुनकर बदनाम मत कीजिए समझना है तो एक बार मुलाकात कीजिए।

अफवाह सुनकर बदनाम मत कीजिए समझना है तो एक बार मुलाकात कीजिए।

 इंतजार अक्सर वही अधूरे रह जाते है, जो बहुत शिद्दत से किए जाते है।।

इंतजार अक्सर वही अधूरे रह जाते है, जो बहुत शिद्दत से किए जाते है।।

मुश्किल वक़्त में अक्सर लोग बदल जाते हैं, चलते चलते अपनी राह निकल जाते हैं

मुश्किल वक़्त में अक्सर लोग बदल जाते हैं, चलते चलते अपनी राह निकल जाते हैं

कुछ कहानियाँ अक्सर अधूरी रह जाती हैं, कभी पन्ने कम प़ड़ जाते हैं, तो कभी स्याही सूख जाती हैं।

कुछ कहानियाँ अक्सर अधूरी रह जाती हैं, कभी पन्ने कम प़ड़ जाते हैं, तो कभी स्याही सूख जाती हैं।

 ज़रूरतें रोज़ दंगे करती है घर में, रिश्तों में अक्सर कर्फ्यू लग जाते है।

ज़रूरतें रोज़ दंगे करती है घर में, रिश्तों में अक्सर कर्फ्यू लग जाते है।

गरीब बांट लेते हैं ईमानदारी से अपना हिस्सा, अमीरी अक्सर इंसान को बेईमान बना देती है।

गरीब बांट लेते हैं ईमानदारी से अपना हिस्सा, अमीरी अक्सर इंसान को बेईमान बना देती है।

ये दुनिया अक्सर सस्ते में उन्हें लूट लेती है, खुद की क़ीमत का जिन्हें अन्दाज़ा नहीं होता।

ये दुनिया अक्सर सस्ते में उन्हें लूट लेती है, खुद की क़ीमत का जिन्हें अन्दाज़ा नहीं होता।

 मैं दोहरे चरित्र में जी नहीं पाता हूँ, इसलिए ही अक्सर अकेला नज़र आता हूँ।

मैं दोहरे चरित्र में जी नहीं पाता हूँ, इसलिए ही अक्सर अकेला नज़र आता हूँ।

नसीब अच्छा न हो तो खूबसूरती का कोई फ़ायदा नहीं, दिलों के शहंशाह अक्सर फ़क़ीर होते है।

नसीब अच्छा न हो तो खूबसूरती का कोई फ़ायदा नहीं, दिलों के शहंशाह अक्सर फ़क़ीर होते है।

मैं अक्सर राह चलते सोचता हूँ, मैं आख़िर ये सफ़र क्यों कर रहा हूँ!

मैं अक्सर राह चलते सोचता हूँ, मैं आख़िर ये सफ़र क्यों कर रहा हूँ!

हमे अक्सर उनकी जरुरत होती है, जिनके लिए हम जरुरी नहीँ होते।

हमे अक्सर उनकी जरुरत होती है, जिनके लिए हम जरुरी नहीँ होते।

ख़ानदानी रिश्तों में अक्सर रक़ाबत है बहुत, घर से निकलो तो ये दुनिया ख़ूबसूरत है बहुत

ख़ानदानी रिश्तों में अक्सर रक़ाबत है बहुत, घर से निकलो तो ये दुनिया ख़ूबसूरत है बहुत

 सबका दिल रखने में, अक्सर मेरा ही दिल टूट जाता है।

सबका दिल रखने में, अक्सर मेरा ही दिल टूट जाता है।

 मेरे साथ अक्सर ये दिक्कत होती है, बात मुंह से निकल जाती है जो सही होती है।

मेरे साथ अक्सर ये दिक्कत होती है, बात मुंह से निकल जाती है जो सही होती है।