गरीब बांट लेते हैं ईमानदारी से अपना हिस्सा, अमीरी अक्सर इंसान को बेईमान बना देती है। - Aksar Shayari

गरीब बांट लेते हैं ईमानदारी से अपना हिस्सा, अमीरी अक्सर इंसान को बेईमान बना देती है।

Aksar Shayari