ख़ानदानी रिश्तों में अक्सर रक़ाबत है बहुत, घर से निकलो तो ये दुनिया ख़ूबसूरत है बहुत - Aksar Shayari

ख़ानदानी रिश्तों में अक्सर रक़ाबत है बहुत, घर से निकलो तो ये दुनिया ख़ूबसूरत है बहुत

Aksar Shayari