अंदाज़ अलविदा सा था मगर रुख मिलन सा, अब दिखावे को बढ़ावा देते या दिल में छिपे लहजे को। - Alvida Shayari

अंदाज़ अलविदा सा था मगर रुख मिलन सा, अब दिखावे को बढ़ावा देते या दिल में छिपे लहजे को।

Alvida Shayari