कोई आवाज़ न न कोई हलचल है, ऐसी ख़ामोशी से गुज़रे तो गुज़र जाएँगे! - Aahat Shayari

कोई आवाज़ न न कोई हलचल है, ऐसी ख़ामोशी से गुज़रे तो गुज़र जाएँगे!

Aahat Shayari