तिरा राज़-ए-मोहब्बत ले के आए ले के जाएँगे अमानत ले के बैठे हैं अमानत ले के उट्ठेंगे। - Amanat Shayari

तिरा राज़-ए-मोहब्बत ले के आए ले के जाएँगे अमानत ले के बैठे हैं अमानत ले के उट्ठेंगे।

Amanat Shayari