अब तुझसे शिकायत करना मेरे हक मे नहीं, क्योंकि तू आरजू मेरी थी पर अमानत शायद किसी और की।

अब तुझसे शिकायत करना मेरे हक मे नहीं, क्योंकि तू आरजू मेरी थी पर अमानत शायद किसी और की।

Amanat Shayari

अमानत सौंप कर बुनियाद भी हश्र-आफ़रीं रख दी जहाँ से एक मुट्ठी ख़ाक उठाई थी वहीं रख दी।

अमानत सौंप कर बुनियाद भी हश्र-आफ़रीं रख दी जहाँ से एक मुट्ठी ख़ाक उठाई थी वहीं रख दी।

मैं तिरी अमानत हूँ तू मेरी अमानत है, ये जो वक़्त है 'साजिद' ये सदा नहीं होगा

मैं तिरी अमानत हूँ तू मेरी अमानत है, ये जो वक़्त है 'साजिद' ये सदा नहीं होगा

हर एक ज़र्रा बार-ए-अमानत से डर गया इक मैं ही था कि तेरे मुक़ाबिल ठहर गया!

हर एक ज़र्रा बार-ए-अमानत से डर गया इक मैं ही था कि तेरे मुक़ाबिल ठहर गया!

अमानत में ख़यानत हो रही है सलीक़े से तिजारत हो रही है।

अमानत में ख़यानत हो रही है सलीक़े से तिजारत हो रही है।

 मेरी अमानत को अमानत समझ कर रखना मैं लौटूॅगा जरूर इसे सलामत रखना।

मेरी अमानत को अमानत समझ कर रखना मैं लौटूॅगा जरूर इसे सलामत रखना।

तिरा राज़-ए-मोहब्बत ले के आए ले के जाएँगे अमानत ले के बैठे हैं अमानत ले के उट्ठेंगे।

तिरा राज़-ए-मोहब्बत ले के आए ले के जाएँगे अमानत ले के बैठे हैं अमानत ले के उट्ठेंगे।

तेरी अमानत है ये रूह मेरी, न यकीं हो तो इम्तहान ले ले. ये फैसला भी तुझ पे है अब बख्श दे या फिर जान ले ले।

तेरी अमानत है ये रूह मेरी, न यकीं हो तो इम्तहान ले ले. ये फैसला भी तुझ पे है अब बख्श दे या फिर जान ले ले।

खुद को किसी की अमानत समझकर हर लम्हा वफादार रहना ही इश्क़ है।

खुद को किसी की अमानत समझकर हर लम्हा वफादार रहना ही इश्क़ है।

 दोस्तो ज़िंदगी अमानत है साँस लेना भी इक इबादत है!

दोस्तो ज़िंदगी अमानत है साँस लेना भी इक इबादत है!

आरज़ू और ख़्वाब ले जाओ, हर अमानत जनाब ले जाओ!

आरज़ू और ख़्वाब ले जाओ, हर अमानत जनाब ले जाओ!

जिंदगी किसी कि अमानत नही, दिल को संभालकर रखना प्यारे मेरी दोस्ती कि कैद मे जमानत नही।

जिंदगी किसी कि अमानत नही, दिल को संभालकर रखना प्यारे मेरी दोस्ती कि कैद मे जमानत नही।

तेरी अमानत है ये रूह मेरी, न यकीं हो तो इम्तहान ले ले, ये फैसला भी तुझ पे है अब बख्श दे या फिर जान ले ले।

तेरी अमानत है ये रूह मेरी, न यकीं हो तो इम्तहान ले ले, ये फैसला भी तुझ पे है अब बख्श दे या फिर जान ले ले।

 दिलो जान से करेंगे हिफाज़त उसकी, साहब बस एक बार वो कह दे कि अब मैं अमानत हूँ तेरी।

दिलो जान से करेंगे हिफाज़त उसकी, साहब बस एक बार वो कह दे कि अब मैं अमानत हूँ तेरी।

 ये ज़िंदगी तो तेरी यादों की अमानत है सनम, हम तो सिर्फ साँसों की रस्म अदा कर रहें हैं।

ये ज़िंदगी तो तेरी यादों की अमानत है सनम, हम तो सिर्फ साँसों की रस्म अदा कर रहें हैं।

 जिंदगी की हक़ीकत सिर्फ इतनी होती है, जब जागता है इंसान तो किस्मत सोती है, जिस पर हम अपना हक़ जमाते है, वो अमानत अक्सर किसी और की होती है।

जिंदगी की हक़ीकत सिर्फ इतनी होती है, जब जागता है इंसान तो किस्मत सोती है, जिस पर हम अपना हक़ जमाते है, वो अमानत अक्सर किसी और की होती है।

अँधेरों में भले ही साथ छोड़ा था हमारा मगर जब रौशनी लौटी तो साए लौट आए

अँधेरों में भले ही साथ छोड़ा था हमारा मगर जब रौशनी लौटी तो साए लौट आए

 आज की रात भी तन्हा ही कटी, आज के दिन भी अंधेरा होगा !

आज की रात भी तन्हा ही कटी, आज के दिन भी अंधेरा होगा !

तेरे परचम पे चाँद होने से मुल्क से तीरगी न जाएगी

तेरे परचम पे चाँद होने से मुल्क से तीरगी न जाएगी