आग को खेल पतंगों ने समझ रखा है, सबको अंजाम का डर हो ये ज़रूरी तो नहीं। - Anjaam Shayari

आग को खेल पतंगों ने समझ रखा है, सबको अंजाम का डर हो ये ज़रूरी तो नहीं।

Anjaam Shayari