ठुकराया हमने भी बहुतों को है तेरी खातिर, तुझ से फासला भी शायद उनकी बददुआओं का असर है। - Asar Shayari

ठुकराया हमने भी बहुतों को है तेरी खातिर, तुझ से फासला भी शायद उनकी बददुआओं का असर है।

Asar Shayari