अपने दर्द का खुद शिकारी हूँ, चलो ये भी अच्छा हैं मैं अनाड़ी हूँ। - Anari Shayari

अपने दर्द का खुद शिकारी हूँ, चलो ये भी अच्छा हैं मैं अनाड़ी हूँ।

Anari Shayari