गठरी बाँध बैठा है अनाड़ी, साथ जो ले जाना था वो कमाया ही नहीं। - Anari Shayari

गठरी बाँध बैठा है अनाड़ी, साथ जो ले जाना था वो कमाया ही नहीं।

Anari Shayari