संभव और असंभव के बिच की दुरी, व्यक्ति के निश्चय पर निर्भर करती है । - Asambhav shayari

संभव और असंभव के बिच की दुरी, व्यक्ति के निश्चय पर निर्भर करती है ।

Asambhav shayari