आज टूट गया तो बचकर निकलते है, कल आईना था तो रुक-रुक कर देखते थे। - Aaina Shayari

आज टूट गया तो बचकर निकलते है, कल आईना था तो रुक-रुक कर देखते थे।

Aaina Shayari