तेरे इश्क़ में भीगने का मन है जालीम। मेरे दिल के आँगन में जारा जम के बरसना तूम। - Aangan Shayari

तेरे इश्क़ में भीगने का मन है जालीम। मेरे दिल के आँगन में जारा जम के बरसना तूम।

Aangan Shayari