आया था साथ ले के मोहब्बत की आफ़तें, जाएगा जान ले के ज़माना  शबाब का! - Aafat Shayari

आया था साथ ले के मोहब्बत की आफ़तें, जाएगा जान ले के ज़माना शबाब का!

Aafat Shayari