धड़कन सम्भालू या साँस काबू में करूँ, तुझे जी भर के देखने में आफत बहुत है। - Aafat Shayari

धड़कन सम्भालू या साँस काबू में करूँ, तुझे जी भर के देखने में आफत बहुत है।

Aafat Shayari