कहीं न राह में सूरज का क़हर टूट पड़े, तू अपनी याद मिरे आस-पास रहने दे!

कहीं न राह में सूरज का क़हर टूट पड़े, तू अपनी याद मिरे आस-पास रहने दे!

Aas-Paas Shayari

आहिस्ता चल ऐ ज़िंदगी कुछ क़र्ज़ चुकाने बाकी हैं, कुछ दर्द मिटाने बाकी हैं कुछ फ़र्ज़ निभाने बाकी हैं।

आहिस्ता चल ऐ ज़िंदगी कुछ क़र्ज़ चुकाने बाकी हैं, कुछ दर्द मिटाने बाकी हैं कुछ फ़र्ज़ निभाने बाकी हैं।

 आहिस्ता आहिस्ता ज़िंदगी से नफ़रत हो रही है, लगता है दुबारा इस दिल को मुहब्बत हो रही है।

आहिस्ता आहिस्ता ज़िंदगी से नफ़रत हो रही है, लगता है दुबारा इस दिल को मुहब्बत हो रही है।

मोहब्बत का रंग चढ़ता है आहिस्ता आहिस्ता, निगाह से होठों का सफर होता आहिस्ता आहिस्ता ।

मोहब्बत का रंग चढ़ता है आहिस्ता आहिस्ता, निगाह से होठों का सफर होता आहिस्ता आहिस्ता ।

बेकाबू हो जाती है उस वक्त धड़कन मेरी, जब तुम आहिस्ता आहिस्ता मेरे करीब आती हो।

बेकाबू हो जाती है उस वक्त धड़कन मेरी, जब तुम आहिस्ता आहिस्ता मेरे करीब आती हो।

सरकती जाए है रुख़ से नक़ाब आहिस्ता आहिस्ता, निकलता आ रहा है आफ़्ताब आहिस्ता आहिस्ता।

सरकती जाए है रुख़ से नक़ाब आहिस्ता आहिस्ता, निकलता आ रहा है आफ़्ताब आहिस्ता आहिस्ता।

तुमसे बिछड़ने के बाद भी, क्यू मेरा दिल कह रहा हैं तुम अब भी मेरे आस पास हो।

तुमसे बिछड़ने के बाद भी, क्यू मेरा दिल कह रहा हैं तुम अब भी मेरे आस पास हो।

तेरे प्यार का कितना खुबसूरत एहसास है लगता है जैसे तू हर पल मेरे आस पास है।

तेरे प्यार का कितना खुबसूरत एहसास है लगता है जैसे तू हर पल मेरे आस पास है।

 तुम्हारे कदमों की आहट बता रही है 👣 के तुम मेरे आस पास हो।

तुम्हारे कदमों की आहट बता रही है 👣 के तुम मेरे आस पास हो।

तेरे प्यार का कितना खूबसूरत​ एहसास है,​ ​दूर होकर भी लगता है जैसे तू हर पल मेरे आस पास है।

तेरे प्यार का कितना खूबसूरत​ एहसास है,​ ​दूर होकर भी लगता है जैसे तू हर पल मेरे आस पास है।

ज़िन्दगी में कभी उदास मत होना, हम हर पल तुम्हारे साथ हे कभी मेरी याद आये तो अपनी पलकें बंध कर देना हम तुम्हारी आस पास ही हु।

ज़िन्दगी में कभी उदास मत होना, हम हर पल तुम्हारे साथ हे कभी मेरी याद आये तो अपनी पलकें बंध कर देना हम तुम्हारी आस पास ही हु।

 वो यहीं आस पास है मेरे, उसको महसूस कर रहा हूँ मैं

वो यहीं आस पास है मेरे, उसको महसूस कर रहा हूँ मैं

मैं इस लिए भी कभी खुल के हँस नहीं पाता, उदास लोग मिरे आस-पास बैठते हैं!

मैं इस लिए भी कभी खुल के हँस नहीं पाता, उदास लोग मिरे आस-पास बैठते हैं!

तुम नहीं पास कोई पास नहीं, अब मुझे ज़िंदगी की आस नहीं

तुम नहीं पास कोई पास नहीं, अब मुझे ज़िंदगी की आस नहीं

लाशों का एक ढेर है घेरे हुए मुझे, आबाद एक शहर मिरे आस-पास है

लाशों का एक ढेर है घेरे हुए मुझे, आबाद एक शहर मिरे आस-पास है

रहता है कोई शख़्स मिरे दिल के आस पास, मैं ने उसे क़रीब से देखा नहीं तो क्या!

रहता है कोई शख़्स मिरे दिल के आस पास, मैं ने उसे क़रीब से देखा नहीं तो क्या!

ख़याल में भी कभी जब वो ख़ुश-लिबास आए, महकते फूलों की ख़ुश्बू भी आस-पास आए!

ख़याल में भी कभी जब वो ख़ुश-लिबास आए, महकते फूलों की ख़ुश्बू भी आस-पास आए!

 यूँ लग रहा है जैसे कोई आस-पास है, वो कौन है जो है भी नहीं और उदास है!

यूँ लग रहा है जैसे कोई आस-पास है, वो कौन है जो है भी नहीं और उदास है!

 ये गर्म गर्म से आँसू बता रहे हैं यही, ज़रूर आग कहीं दिल के आस-पास लगी!

ये गर्म गर्म से आँसू बता रहे हैं यही, ज़रूर आग कहीं दिल के आस-पास लगी!