दर्द काफी है बेखुदी के लिए, मौत काफी है ज़िन्दगी के लिए, कौन मरता है किसी के लिए, हम तो ज़िंदा है आपके लिए!

दर्द काफी है बेखुदी के लिए, मौत काफी है ज़िन्दगी के लिए, कौन मरता है किसी के लिए, हम तो ज़िंदा है आपके लिए!

Bekhudi Shayari

डाला है बेख़ुदी ने अजब राह पर मुझे, आँखें हैं और कुछ नहीं आता नज़र मुझे…

डाला है बेख़ुदी ने अजब राह पर मुझे, आँखें हैं और कुछ नहीं आता नज़र मुझे…

बे-ख़ुदी बे-सबब नहीं 'ग़ालिब' कुछ तो है जिस की पर्दा-दारी है

बे-ख़ुदी बे-सबब नहीं 'ग़ालिब' कुछ तो है जिस की पर्दा-दारी है

होश वालों को ख़बर क्या बे-ख़ुदी क्या चीज़ है इश्क़ कीजे फिर समझिए ज़िंदगी क्या चीज़ है

होश वालों को ख़बर क्या बे-ख़ुदी क्या चीज़ है इश्क़ कीजे फिर समझिए ज़िंदगी क्या चीज़ है

हमारी बेखुदी का हाल वो पूछे अगर, तो कहना होश बस इतना है की, तुमको याद करते है

हमारी बेखुदी का हाल वो पूछे अगर, तो कहना होश बस इतना है की, तुमको याद करते है

यहाँ कोई न जी सका न जी सकेगा होश में  मिटा दे नाम होश का शराब ला शराब ला

यहाँ कोई न जी सका न जी सकेगा होश में मिटा दे नाम होश का शराब ला शराब ला

आपकी याद आती रही रात भर, बेखुदी में हंसाती रही रात भर, चांद मेरे संग सफर में ही रहा, चांदनी गुनगुनाती रही रात भर

आपकी याद आती रही रात भर, बेखुदी में हंसाती रही रात भर, चांद मेरे संग सफर में ही रहा, चांदनी गुनगुनाती रही रात भर

बेखुदी कि जिन्दगी जिया नही करते, जाम दूसरो का छीन कर पिया नही करते, उनको मुहब्बत है तो आ के इजहार करे, पीछा हम भी किसी का किया नही करते…

बेखुदी कि जिन्दगी जिया नही करते, जाम दूसरो का छीन कर पिया नही करते, उनको मुहब्बत है तो आ के इजहार करे, पीछा हम भी किसी का किया नही करते…

बेखुदी वो नहीं कि हम, तेरे तसव्वुर में खो जाएं, यकीनन बेखुदी वो है, कि तुझको भूल ना पाएं

बेखुदी वो नहीं कि हम, तेरे तसव्वुर में खो जाएं, यकीनन बेखुदी वो है, कि तुझको भूल ना पाएं

कई ख़्वाब मुस्कुरायें सरेआम बेखुदी में, मेरे लबों पे आ गया जान तेरा नाम बेखुदी में…

कई ख़्वाब मुस्कुरायें सरेआम बेखुदी में, मेरे लबों पे आ गया जान तेरा नाम बेखुदी में…

कौन से नाम से ताबीर करूँ इस रूत को।। फूल मुरझाएं हैं ज़ख्मों पे बहार आई है।

कौन से नाम से ताबीर करूँ इस रूत को।। फूल मुरझाएं हैं ज़ख्मों पे बहार आई है।

लाख गुलाब लगा लो अपने आंगन में सनम, खुशबू और बहार तो हमारे आने से ही आएगी।

लाख गुलाब लगा लो अपने आंगन में सनम, खुशबू और बहार तो हमारे आने से ही आएगी।

ब दिल ने तड़पना छोड़ दिया, जलवों ने मचलना छोड़ दिया, पोशाक बहारों ने बदली, फूलों ने महकना छोड़ दिया।

ब दिल ने तड़पना छोड़ दिया, जलवों ने मचलना छोड़ दिया, पोशाक बहारों ने बदली, फूलों ने महकना छोड़ दिया।

पलकों से आँसुओं की क़तारों को पोंछ लो पतझड़ की बात ठीक नहीं है बहार में।

पलकों से आँसुओं की क़तारों को पोंछ लो पतझड़ की बात ठीक नहीं है बहार में।

 बहारों का मौसम आया, गुलाब से गुलाब का रंग, जवानी जो तुम पर चढ़ी तो नशा मेरी आँखों में आया।

बहारों का मौसम आया, गुलाब से गुलाब का रंग, जवानी जो तुम पर चढ़ी तो नशा मेरी आँखों में आया।

शोर की तो उम्र होती हैं, ख़ामोशी तो सदाबहार होती हैं।

शोर की तो उम्र होती हैं, ख़ामोशी तो सदाबहार होती हैं।

 होती हो जब तुम साथ तो तमन्ना ही नही रहती कोई, फिर ये फूल क्या बहारें क्या  ये चाँद क्या सितारे क्या।

होती हो जब तुम साथ तो तमन्ना ही नही रहती कोई, फिर ये फूल क्या बहारें क्या ये चाँद क्या सितारे क्या।

 ये हवा, ये रात ये चाँदनी तेरी एक अदा पे निसार हैं, मुझे क्यों ना हो तेरी आरजू तेरी जुस्तजू में बहार है।

ये हवा, ये रात ये चाँदनी तेरी एक अदा पे निसार हैं, मुझे क्यों ना हो तेरी आरजू तेरी जुस्तजू में बहार है।

 गई बहार मगर अपनी बेख़ुदी है वही समझ रहा हूँ कि अब तक बहार बाक़ी है

गई बहार मगर अपनी बेख़ुदी है वही समझ रहा हूँ कि अब तक बहार बाक़ी है