रंग का खुमार ऐसा  बरस रहा है,  हर कोई खेलने को होली तरस रहा है.

रंग का खुमार ऐसा बरस रहा है, हर कोई खेलने को होली तरस रहा है.

Baras Shayari

 दुश्मन भी चख ले तो मुँह मीठा हो जाए...  अब के बरस स्वभाव मेरा भी गुड़ जैसा हो जाये.

दुश्मन भी चख ले तो मुँह मीठा हो जाए... अब के बरस स्वभाव मेरा भी गुड़ जैसा हो जाये.

ऐ बारिश जरा खुलकर  बरस, ये क्या तमाशा है, इतनी रिमझिम तो मेरी आँखों से रोज होती है.

ऐ बारिश जरा खुलकर बरस, ये क्या तमाशा है, इतनी रिमझिम तो मेरी आँखों से रोज होती है.

जिन पत्थरों को कभी हमने दी थी धड़कने, आज उनको जुबां मिली तो हम पर  बरस पड़े.

जिन पत्थरों को कभी हमने दी थी धड़कने, आज उनको जुबां मिली तो हम पर बरस पड़े.

 इस बार बरस जाए ईमान की बारिश, लोगों के ज़मीर पर धूल बहुत है.

इस बार बरस जाए ईमान की बारिश, लोगों के ज़मीर पर धूल बहुत है.

पिछले बरस था खौफ की तुझको खो ना दूँ कही,  अब के बरस ये दुआ है की तेरा सामना ना हो.

पिछले बरस था खौफ की तुझको खो ना दूँ कही, अब के बरस ये दुआ है की तेरा सामना ना हो.

उन्होंने कहा, बहुत बोलते हो, अब क्या  बरस जाओगे,  हमने कहा, चुप हो गए तो तुम तरस जाओगे.

उन्होंने कहा, बहुत बोलते हो, अब क्या बरस जाओगे, हमने कहा, चुप हो गए तो तुम तरस जाओगे.

दीवार का कैलेंडर तो बदलता है हर साल,, ए-ख़ुदा अब के  बरस हालात भी तो बदल दे.

दीवार का कैलेंडर तो बदलता है हर साल,, ए-ख़ुदा अब के बरस हालात भी तो बदल दे.

कभी तो खुल के  बरस अब्रे मेहरबाँ की तरह मेरा वजूद है जलते हुए मकाँ की तरह.

कभी तो खुल के बरस अब्रे मेहरबाँ की तरह मेरा वजूद है जलते हुए मकाँ की तरह.

बादल बरस रहे है बाहर, और यादें बरस रही है अंदर.

बादल बरस रहे है बाहर, और यादें बरस रही है अंदर.

घिरे हुए थे जो बादल बरस के थम भी गए,  एक तेरी याद हैं जो थमती ही नहीँ.

घिरे हुए थे जो बादल बरस के थम भी गए, एक तेरी याद हैं जो थमती ही नहीँ.

पिछले बरस था खौफ की तुझको खो ना दूँ कही, अब के  बरस ये दुआ है की तेरा सामना ना हो.

पिछले बरस था खौफ की तुझको खो ना दूँ कही, अब के बरस ये दुआ है की तेरा सामना ना हो.

सीख गए हम भी अपने दर्द को छुपाना,  सीख गए हम भी बहाना बनाना,  न सीख पाए तो इतना, अपने दिल को खुश करके औरो का दिल दुखाना!

सीख गए हम भी अपने दर्द को छुपाना, सीख गए हम भी बहाना बनाना, न सीख पाए तो इतना, अपने दिल को खुश करके औरो का दिल दुखाना!

हम को पहले भी न मिलने की शिकायत कब थी,  अब जो है तर्क-ए-मरासिम का बहाना हम से.

हम को पहले भी न मिलने की शिकायत कब थी, अब जो है तर्क-ए-मरासिम का बहाना हम से.

ज़रा सी ग़लती पे रूठ बैठे,  क्या उससे बस बहाना चाहिए था ?

ज़रा सी ग़लती पे रूठ बैठे, क्या उससे बस बहाना चाहिए था ?

हँसी तो बस  बहाना है तुम्हे गुमराह करने का, वरना तुम मेरी आँखों के सब आज़ार पढ़ लोगे.

हँसी तो बस बहाना है तुम्हे गुमराह करने का, वरना तुम मेरी आँखों के सब आज़ार पढ़ लोगे.

चुरा के मुट्ठी में दिल को छुपाए बैठे हैं,  बहाना ये है कि मेहंदी लगाए बैठे हैं .

चुरा के मुट्ठी में दिल को छुपाए बैठे हैं, बहाना ये है कि मेहंदी लगाए बैठे हैं .

 बहाना कोई तो ए जिन्दगी दे,  कि जीने के लिए मजबूर हो जाऊं.

बहाना कोई तो ए जिन्दगी दे, कि जीने के लिए मजबूर हो जाऊं.

ये बहाना तेरे दीदार की ख़्वाहिश का है,  हम जो आते हैं इधर रोज़ टहलने के लिए.

ये बहाना तेरे दीदार की ख़्वाहिश का है, हम जो आते हैं इधर रोज़ टहलने के लिए.