माना कि दिल की चोट दिखती नहीं, पर मतलब यह तो नही कि वो दुखती नहीं.

माना कि दिल की चोट दिखती नहीं, पर मतलब यह तो नही कि वो दुखती नहीं.

Chot Shayari

लाल चूड़ियाँ तेरे हाथ में लगती हैं ऐसे जैसे चाँद पर रख दिया हो किसी ने कुछ फूल गुलाब के!

लाल चूड़ियाँ तेरे हाथ में लगती हैं ऐसे जैसे चाँद पर रख दिया हो किसी ने कुछ फूल गुलाब के!

वो चूड़ी वाले को उनकी कलाई थमा देते हैं जिनकी वो आज तक उंगलिया ना छु सके!

वो चूड़ी वाले को उनकी कलाई थमा देते हैं जिनकी वो आज तक उंगलिया ना छु सके!

चूड़ियाँ तो वो खरीद लाई होगी चाँद रात को फिर उसे मेरी याद आएगी!

चूड़ियाँ तो वो खरीद लाई होगी चाँद रात को फिर उसे मेरी याद आएगी!

बहुत शोर करती हैं पकड़ने पर कलाई तेरी चूड़ियाँ किसी दिन मरवाएगी मुझे!!!

बहुत शोर करती हैं पकड़ने पर कलाई तेरी चूड़ियाँ किसी दिन मरवाएगी मुझे!!!

चूड़ी मजा ना देगी कंगन मजा ना देगा तेरे बगैर साजन सावन मजा ना देगा!!!

चूड़ी मजा ना देगी कंगन मजा ना देगा तेरे बगैर साजन सावन मजा ना देगा!!!

तेरी चूड़ी की खनखन से हो सवेरा मेरा इस ख्याल में ही गुजर रहा हैं हर पल मेरा!

तेरी चूड़ी की खनखन से हो सवेरा मेरा इस ख्याल में ही गुजर रहा हैं हर पल मेरा!

तुम्हारी चूड़ी हैं या एक्सीलेटर खनक सुनते ही दिल की रफ़्तार बढ़ जाती हैं!

तुम्हारी चूड़ी हैं या एक्सीलेटर खनक सुनते ही दिल की रफ़्तार बढ़ जाती हैं!

कुछ इसी तरह से रिश्तों को हम निभाते रहे, हर बार चोट खा के भी ऐसे ही मुस्कुराते रहे.

कुछ इसी तरह से रिश्तों को हम निभाते रहे, हर बार चोट खा के भी ऐसे ही मुस्कुराते रहे.

नसीहतों से कह दो अभी मैं मगरूर हूँ, हालांकि सच ये है कि बहुत मजबूर हूँ,

नसीहतों से कह दो अभी मैं मगरूर हूँ, हालांकि सच ये है कि बहुत मजबूर हूँ,

नज़र की चोट जिगर में रहे तो अच्छा है, ये बात घर की है, घर में रहे तो अच्छा है.

नज़र की चोट जिगर में रहे तो अच्छा है, ये बात घर की है, घर में रहे तो अच्छा है.

जो बातें चोट पहुँचाती है, बड़े सबक दे जाती है.

जो बातें चोट पहुँचाती है, बड़े सबक दे जाती है.

आज फिर नींद को आँखों से बिछड़ते देखा, आज फिर याद कोई चोट पुरानी आई.

आज फिर नींद को आँखों से बिछड़ते देखा, आज फिर याद कोई चोट पुरानी आई.

जिसकी चोट पर हमने सदा मरहम लगायें, हमारे वास्ते फिर उसने नये खंजर मगायें.

जिसकी चोट पर हमने सदा मरहम लगायें, हमारे वास्ते फिर उसने नये खंजर मगायें.

मेरी जान अपना ख्याल रखा करो, तुम्हें चोट लगती है तो दर्द मेरे दिल में होता है.

मेरी जान अपना ख्याल रखा करो, तुम्हें चोट लगती है तो दर्द मेरे दिल में होता है.

निगाहों से भी चोट लगती है, जब कोई अपना देखकर अनदेखा कर दे.

निगाहों से भी चोट लगती है, जब कोई अपना देखकर अनदेखा कर दे.

चाहत इतनी थी कि उनको बताई न गई, चोट दिल पर लगी इसलिए दिखाई न गई.

चाहत इतनी थी कि उनको बताई न गई, चोट दिल पर लगी इसलिए दिखाई न गई.

चोट ऐसी जगह दे के गया, जख्म फिर ना दिखाने सा रहा.

चोट ऐसी जगह दे के गया, जख्म फिर ना दिखाने सा रहा.

जहाँ चोट खाना, वही मुस्कुराना मगर इस अदा से कि रो दे जमाना.

जहाँ चोट खाना, वही मुस्कुराना मगर इस अदा से कि रो दे जमाना.