जैसे शाम ढलती जा रही है, तुम्हारे संग चाय की तलब, बढ़ती जा रही है।
 - Chai Lover Shayari

जैसे शाम ढलती जा रही है, तुम्हारे संग चाय की तलब, बढ़ती जा रही है।

Chai Lover Shayari