दरिया तेरी खैर नहीं  लहरे भी तुझसे टकराएगी  खुद बिखर जाएगी और इल्जाम तुझ पर लगेगा।

दरिया तेरी खैर नहीं लहरे भी तुझसे टकराएगी खुद बिखर जाएगी और इल्जाम तुझ पर लगेगा।

Dariya Shayari

दूर से ही बस दरिया दरिया लगता है डूब के देखो कितना प्यासा लगता है

दूर से ही बस दरिया दरिया लगता है डूब के देखो कितना प्यासा लगता है

ना नाप मेरे प्यार की गहराई ये तो गहरा दारिया है उतरना तो है आसान निकालना उतना ही मुश्किल है।

ना नाप मेरे प्यार की गहराई ये तो गहरा दारिया है उतरना तो है आसान निकालना उतना ही मुश्किल है।

मैं वो दरिया हूँ जिस का इम्कान नहीं है बहने का

मैं वो दरिया हूँ जिस का इम्कान नहीं है बहने का

रात के जिस्म में जब पहला पियाला उतरा दूर दरिया में मेरे चाँद का हाला उतरा

रात के जिस्म में जब पहला पियाला उतरा दूर दरिया में मेरे चाँद का हाला उतरा

तेरी निगाहे थी या कोई गहरा दरिया था  खतरा था हमें भी लेकिन इसमे उतरना भी जरूरी था।

तेरी निगाहे थी या कोई गहरा दरिया था खतरा था हमें भी लेकिन इसमे उतरना भी जरूरी था।

शदीद प्यास थी फिर भी छुआ न पानी को मैं देखता रहा दरिया तिरी रवानी को

शदीद प्यास थी फिर भी छुआ न पानी को मैं देखता रहा दरिया तिरी रवानी को

समंदर में तूफ़ान उठा है  दरिया तेरी खैर नहीं  चिरते हुए जाएंगे आज तुझे भी आज तुझ पर भी कोई रहम नहीं।

समंदर में तूफ़ान उठा है दरिया तेरी खैर नहीं चिरते हुए जाएंगे आज तुझे भी आज तुझ पर भी कोई रहम नहीं।

एक दरिया है यहाँ पर दूर तक फैला हुआ आज अपने बाजुओं को देख पतवारें न देख

एक दरिया है यहाँ पर दूर तक फैला हुआ आज अपने बाजुओं को देख पतवारें न देख

तुम समंदर की बात करते हो यहाँ आँखों से दरिया बहता है

तुम समंदर की बात करते हो यहाँ आँखों से दरिया बहता है

इक और दरिया का सामना था 'मुनीर' मुझ को मैं एक दरिया के पार उतरा तो मैं ने देखा

इक और दरिया का सामना था 'मुनीर' मुझ को मैं एक दरिया के पार उतरा तो मैं ने देखा

चाँद चेहरा, ज़ुल्फ़ दरिया, बात ख़ुशबू, दिल चमन इक तुझे देकर ख़ुदा ने, दे दिया क्या क्या मुझे

चाँद चेहरा, ज़ुल्फ़ दरिया, बात ख़ुशबू, दिल चमन इक तुझे देकर ख़ुदा ने, दे दिया क्या क्या मुझे

 ये इश्क है मेरा  कोई दरिया नहीं है चंद लहरों की खातिर  टूट कर बिखर जाऊ।

ये इश्क है मेरा कोई दरिया नहीं है चंद लहरों की खातिर टूट कर बिखर जाऊ।

मैं एक ठहरा हुआ पुल, तू बहता दरिया है तुझे मिलूँगा तो फिर टूट कर मिलूँगा मै

मैं एक ठहरा हुआ पुल, तू बहता दरिया है तुझे मिलूँगा तो फिर टूट कर मिलूँगा मै

तेरे इश्क में हम भी कुछ इस तरह बदल गए दरिया होकर हम  तुझ में मिल जाए।

तेरे इश्क में हम भी कुछ इस तरह बदल गए दरिया होकर हम तुझ में मिल जाए।

समंदर में जब उठता है तूफ़ान  सब तितर बितर कर देता है  दरिया जैसे समंदर का इश्क हो  उसे प्यार से गले लगता है।

समंदर में जब उठता है तूफ़ान सब तितर बितर कर देता है दरिया जैसे समंदर का इश्क हो उसे प्यार से गले लगता है।

ये दरिया भी तो लहरों के इंतजार में रहता है मिलने कब आएगी बेकरार रहता है।

ये दरिया भी तो लहरों के इंतजार में रहता है मिलने कब आएगी बेकरार रहता है।

तुम समंदर हो जैसे  मैं कोई दरिया हु जैसे मिलने आते हो मुझसे और बिछड़ जाते हो लहरो के जैसे।

तुम समंदर हो जैसे मैं कोई दरिया हु जैसे मिलने आते हो मुझसे और बिछड़ जाते हो लहरो के जैसे।

अक्षर डूब जाता हु  तेरी नशीली आँखों में  जैसे कोई ये दरिया है  या हो समंदर कोई।

अक्षर डूब जाता हु तेरी नशीली आँखों में जैसे कोई ये दरिया है या हो समंदर कोई।