मुझे भी अब नींद की तलब नहीं रही, अब रातों को जागना अच्छा लगता है।

मुझे भी अब नींद की तलब नहीं रही, अब रातों को जागना अच्छा लगता है।

Alone Status

 चाह कर भी पूछ नहीं सकते हाल उनका, कही कह ना दे की ये हक़ तुम्हे किसने दिया।

चाह कर भी पूछ नहीं सकते हाल उनका, कही कह ना दे की ये हक़ तुम्हे किसने दिया।

 यकीनन हो रही होंगी बैचेनियां तुम्हें भी, ये और बात है कि तुम नजरअंदाज कर रहे हो।

यकीनन हो रही होंगी बैचेनियां तुम्हें भी, ये और बात है कि तुम नजरअंदाज कर रहे हो।

 काश ये दिल बेजान होता, न किसी के आने से धडकता, न किसी के जाने से तडपता।

काश ये दिल बेजान होता, न किसी के आने से धडकता, न किसी के जाने से तडपता।

 मोहब्बत के सफ़र में नींद ऐसी खो गई, हम न सोए रात थक कर सो गई।

मोहब्बत के सफ़र में नींद ऐसी खो गई, हम न सोए रात थक कर सो गई।

 जब मोहब्बत बे-पनाह हो जाये ना, तोह फिर पनाह कही नही मिलती।

जब मोहब्बत बे-पनाह हो जाये ना, तोह फिर पनाह कही नही मिलती।

 आज परछाही से पूछ ही लिया हमने, क्यों चलते हे मेरे साथ, उसने ने भी हसकर कहा, और कोण हे तेरे साथ।

आज परछाही से पूछ ही लिया हमने, क्यों चलते हे मेरे साथ, उसने ने भी हसकर कहा, और कोण हे तेरे साथ।

 उनको लगी खरोंच का पता पुरे शहर को है, हमारे गहरे जख्म की कहीं चर्चा तक नहीं !

उनको लगी खरोंच का पता पुरे शहर को है, हमारे गहरे जख्म की कहीं चर्चा तक नहीं !

 मुझे ये ‎ दिल‬ कि बीमारी‬ ना होती ‎अगर‬ तू इतनी ‎प्यारी‬ ना होती।

मुझे ये ‎ दिल‬ कि बीमारी‬ ना होती ‎अगर‬ तू इतनी ‎प्यारी‬ ना होती।

 ख़ामोशी बहुत कुछ कहती हे कान लगाकर नहीं, दिल लगाकर सुनो।

ख़ामोशी बहुत कुछ कहती हे कान लगाकर नहीं, दिल लगाकर सुनो।

 आसमान बरसे तो छाता ले सकते हैं, आंख बरसे तो क्या किया जाए।

आसमान बरसे तो छाता ले सकते हैं, आंख बरसे तो क्या किया जाए।

 मेरे ज़ज्बात की कदर ही कहाँ, सिर्फ इलज़ाम लगाना ही उनकी फितरत है !

मेरे ज़ज्बात की कदर ही कहाँ, सिर्फ इलज़ाम लगाना ही उनकी फितरत है !

 तेरी बेरुखी ने छीन ली है शरारतें मेरी, और लोग समझते हैं कि मैं सुधर गई हूँ।

तेरी बेरुखी ने छीन ली है शरारतें मेरी, और लोग समझते हैं कि मैं सुधर गई हूँ।

 नींद आएगी तो इस तरह सोयेंगे मुझे जगाने के लिया लोग रोयेंगे ।

नींद आएगी तो इस तरह सोयेंगे मुझे जगाने के लिया लोग रोयेंगे ।

 कोरा कागज़ था और कुछ बिखरे हुए लफ़्ज़, ज़िक्र तेरा आया तो सारा कागज़ गुलाबी हो गया।

कोरा कागज़ था और कुछ बिखरे हुए लफ़्ज़, ज़िक्र तेरा आया तो सारा कागज़ गुलाबी हो गया।

 कुछ तो रहम कर ऐ जिन्दगी हम कौन से यहाँ बार-बार आयेंगे !

कुछ तो रहम कर ऐ जिन्दगी हम कौन से यहाँ बार-बार आयेंगे !

 जो कहते थे मुझे डर है कहीं मैं खो न दूँ तुम्हे, सामना होने पर मैंने उन्हें चुपचाप गुजरते देखा है।

जो कहते थे मुझे डर है कहीं मैं खो न दूँ तुम्हे, सामना होने पर मैंने उन्हें चुपचाप गुजरते देखा है।

 रोज रोते रोज ये कहती है जिंदगी मुझसे, सिर्फ एक शख्स की खातिर यूँ मुझे बर्बाद ना कर।

रोज रोते रोज ये कहती है जिंदगी मुझसे, सिर्फ एक शख्स की खातिर यूँ मुझे बर्बाद ना कर।

 कोई तो कर रहा है मेरी कमी पूरी तभी मेरी याद उसे अब नहीं आती।

कोई तो कर रहा है मेरी कमी पूरी तभी मेरी याद उसे अब नहीं आती।