मसरूफियत में आती है बेहद याद तुम्हारी, और फुरसत में तेरी याद से फुरसत नहीं मिलती। - Best Shayari

मसरूफियत में आती है बेहद याद तुम्हारी, और फुरसत में तेरी याद से फुरसत नहीं मिलती।

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