दिल से अगर दे तो ​नफरत​ भी कबूल है​, खैरात में तो तेरी मोहब्बत भी मंजूर नहीं।
 - attitude shayari

दिल से अगर दे तो ​नफरत​ भी कबूल है​, खैरात में तो तेरी मोहब्बत भी मंजूर नहीं।

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