मुझे जिसने जिंदगी दी वो मरता छोड़ गये, जिससे मोहब्बत की वो मुझे तन्हा छोड़ गये, थी हमे भी एक हमसफ़र साथ चलने को जरूरत, जो साथ चलने बाले थे वही रास्ता मोड़ गये।
अगर मुझे छोड़ कर तुम खुश हो, तो में दुआ करूगी की, में तुम्हे कभी मिलू ही नहीं।
मोहब्बत छोड़ दी हमने थक गया था तेरी Bewafai से लड़ते लड़ते, इसलिए मैं PUBG खेलता हूँ, तेरे जैसा दिलों से नहीं Khelta, यहाँ अपनों से नहीं, अपनों को Saath लेकर खेलता हूँ।
मुश्किल इतनी है कि हमें जताना नहीं आता, इल्जाम ये लगा है कि हमें निभाना नहीं आता।
कभी किसी को इतना सताया न करो अपने लिए कभी किसी को तड़पाया न करो जिनकी साँसे ही वो आपके लव्ज़ हो, उन लफ़्ज़ों के लिए कभी किसी को तरसाया ना करो...
दिल में आने का रास्ता तो होता है, लेकिन जाने का नहीं होता, इसलिए जब कोई दिल से जाता हैं, तो दिल तोड़ कर ही जाता हैं।
तेरे लिए हर सपने नीलम कर दिया मैंने, तुम्हें खास बनाने के लिए खुद को आम करदिया मैंने, तुम कहती थी की मैं खुश रहना चाहती हूँ, इसलिए मेरे खुशियों को तेरे नाम कर दिया मैंने।
नींद उड़ाकर मेरी वो कहते हैं सो जाओ कल बात करेंगे, अब कोई हमें समझाये कि कल तक हम क्या करेंगे…
आँखों से दूर दिल के करीब था, में उसका और वो मेरा नसीब था, न कभी मिला न जुदा हुआ, रिश्ता हम दोनों का कितना अजीब था।
सुनो… मुझे पढ़कर भी तुम जो जवाब नहीं देते हो ना, याद करोगे जब हम तेरे लिए लिखना छोड़ देंगे…
जो पल बीत गये वो बापस आ नही सकते सूखे फूलो को बापस खिला नही सकते कभी ऐसा लगता है वो हमे भूल गये होंगे पर ये दिल कहता है वो हमे कभी भुला नही सकते
अभी उसका Time है मुझे और आजमाने दो, वो रो रो कर पुकारेगा मुझे जरा मेरा Time तो आने दो।
ना रख किसी से मोहब्बत की उम्मीद ऐ दोस्त, कसम से लोग खुबसूरत बहुत हैं पर वफादार नहीं…
हम दुआएं करेंगे उनपर एतवार रखना, न कोई हमसे कभी सवाल रखना, अगर दिल में चाहत हो हमे खुश देखने की, बस हमेशा मुश्कुराना और अपना ख्याल रखना
एक बात आज तक, समझ नहीं आयी, आँसू देने वाला दिल के करीब होता है, या आँसू पोंछने वाला ?
मैं रोज बैठ रातों में नई एक कहानी लिखता जाता हूँ, बहुत दिन हुए तुझे गए पर आज भी तेरे नाम से जाना जाता हूँ।
नींद भी नीलाम हो जाती है दिल की महफिल में, किसी को भुलाकर सोना इतना आसान नहीं होता…
जरूरी नही जीने के लिए सहारा हों जरूरी नही जिसे हम अपना माने वो हमारा हो, कई कस्तियां बीच भबर में डूब जाया करती, जरूरी नही हर कस्ती को किनारा हो।